अपना समय जैविक ( प्रकृति) घड़ी से मिलाइये । और सुबह जल्दी से उठ जाइये। इस लेख सुबह जल्दी कैसे उठे | Subah Jaldi kaise uthen के माध्यम से सुबह जल्दी उठने का प्राकृतिक तरीका बताया गया है जो सबसे आसान है। आपको बस इसे अपने जीवन में पूरी ईमानदारी के साथ लागू करने की आवश्यकता है।
सुबह जल्दी कैसे उठे | Subah Jaldi kaise uthen |
सुबह जल्दी कैसे उठे | Subah Jaldi kaise uthen
सुबह जल्दी उठना या न उठना कोई समस्या नही है यह स्वयं को प्राकृतिक समय से न मिला पाने के कारण होता है।
पृथ्वी पर जैविक घड़ी स्थान परिवर्तन के हिसाब से भिन्न भिन्न होती है। और जैविक घड़ी निर्भर करती है सूर्य पर जिसके उदय होने से लेकर अस्त होने तक 12 घण्टे और अस्त होने के बाद उदय होने तक 12 घण्टे निर्धारित हैं।
अब पृथ्वी पर सभी जीवों के अंदर जो ऊर्जा है वह तो सदैव उसके अंदर जीवन भर विद्यमान रहती है पर इस ऊर्जा के स्तर को संतुलित रखना पड़ता है ताकि हम जाग्रत अवस्था मे ऊर्जावान महसूस करें ।
जब हम जैविक घड़ी से ताल मेल नही बिठा पाते तो हमारी सभी इंद्रियों की कार्यप्रणाली में कुछ बदलाव आ जाते हैं जो स्वयं की समयसारणी के हिसाब से कार्यमान रहती हैं । ऐसी स्थिति में प्राकृतिक घड़ी या समय का प्रभाव हमपर नही होता और हम स्वयं को नियंत्रित करने का संघर्ष करते रहते हैं और ऊर्जा का पूरी तरह से प्रयोग करने में अक्षम रहते हैं । जिसके कारण हम कितना भी प्रयास करें पर जो आदत हमारी पहले से बन चुकी है उसको बदलना मुश्किल हो जाता है।
रात में सोना और सुबह उठना एक आदत है और ये दोनों प्रक्रियाएं निर्भर हैं प्राकृतिक समय पर इसलिए इनको प्राकृतिक के समय से मिलान करना आवश्यक है तभी आप और हम सुबह जल्दी नींद से बाहर आ सकते हैं।
यदि आप सुबह जल्दी उठने की अपेक्षा रखते हैं तो रात में समय पर सोना भी आवश्यक है।
Realated Video By Mr.Anupam Jaiswal
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