पिता ... जो हमारे जीवन का आधार है, जो हमे इस दुनिया को दिखाता है हमारे लिए अपने पूरे जीवन को त्याग देता है, हमारे लिए ही जीता है इसलिए हम जी संभव और अपने मरने के बाद तक भी हमारे लिए सोचता है, हमारे अपने सभी दुखो को खुद ही सह लेता है लेकिन हम पर एक भी आंच नहीं आने देता है
Hindi Short Note -Father | पिता जो हमारे जीवन का आधार है | |
Father|पिता
पिता की छाया में हम अपने आप को सुरक्षित महसूस करते है, हमारी हर ज़िद को पूरा करने की कोशिश करता है,और भी बहुत कुछ है हमआरे पिता में लेकिन शायद ये सब तब समझ आता है जब बहुत देर हो चुकी हो, उसके पहले बचपन में अपनी ज़िद पूरी करने के लिए उसे परेशान करते है और जवानी में अपने करियर को लेकर उसे परेशान करते है और शादी होने के बाद पति पत्नी दोनों परेशान करते है आखिर ऐसा क्यों?
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वो कब समय ऐसा आता है जब एक पिता हमसे ज़िद करता है
वो कब समय ऐसा आता है जब एक पिता हमसे ज़िद करता है पिता हमसे उम्मीद करता है वो कौन सा ऐसा समय है जो हमआरे साथ बिताना चाहता है शायद इसका जवाब है बुढ़ापा , जी हाँ यही वो समय है जब आप बड़े होते है और आपका पिता वृद्ध ,वो भी उस बालक के समान जिस दौर से आपका बचपन गुज़रा है तो याद करिये आपकी अपेक्षाएं क्या थी अपने उस वक्त में पिता से जो वो पूरी करते थे ,शायद न याद हो लेकिन पिता
को वो सब याद रहता है जो उसने आपके साथ किया होता है और जब वो अपनी वृद्धावस्था में आपसे कुछ अपने जीने के लिए अपेक्षाएं रखता है जो उसका अधिकार है और जब आप उन अपेक्षाओं को दरकिनार कर देते है बगैर इस बात की परवाह किये की वो आपके पिता है तब उस पिता को कष्ट होता है ,लेकिन वो दिखता नहीं आपकी आँखों से क्योंकि आप सब भूल जाते है समय के अनुसार और यही वो समय जब एक पिता धीरे धीरे अंदर ही अंदर आपके साथ बिताये हुए उन ख़ुशी के पलों को याद् करते हुए जीवन का बाकी हिस्सा पश्चाताप करते हुए बिता देता है की उसने अपने लिए क्यों नहीं जिया ,और यही पछतावा उस पिता की लम्बी जिंदगी को छोटा करके एक दिन ख़त्म कर देता है।
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