समय जो पूरे ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली और कभी न रूकने वाला एक अदृश्य चलायमान शक्ति है जिसको न तो कोई रोक पाया है और न ही रोक पायेगा। जिसकी गति एकमान है। बस उसके अनुसार और उसके हिसाब से सभी कार्य होते हैं। Hindi Article- Time | समय एक अदृश्य शक्ति में समय के बारे में आंशिक रूप से जानने का प्रयास क्या गया है।
Hindi Article- Time
समय ब्रह्माण्ड को अपने अनुसार अग्रसर करता रहता है और उस ब्रह्माण्ड में उपस्थित बिशालकाय प्रत्येक पिंड, कण ग्रह, उपग्रह निरन्तर समय के आधीन रहते हैं कार्यमान रहते हैं। एक ऐसी अदृश्य ऊर्जा [Energy] जो पूरे ब्रह्माण्ड को समय के साथ संयोग करके निरन्तर सजीव बना रही हैं उसमें निर्जीव और सजीव दोनों पदार्थ का समावेश होता रहता है जिससे पूरा Universe गतिमान है और इसमें उपस्थित प्रत्येक ग्रह उपग्रह पिंड आदि समय के साथ अपने स्थान पर निरन्तर कार्यरत हैं।
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ब्रह्माण्ड में उपस्थित हमारी आकाश गंगा [Galaxy] जिसमें 9 ग्रह [Planet]आते उन ग्रहों में हमारी पृथ्वी भी है जिस पर जीवन सम्भव हो सका है जिसका उपग्रह है चन्द्रमा और जिससे हमारी पृथ्वी[Earth] को मिलती है ऊर्जा वो है सूर्य। ब्रह्माण्ड में हमारी पृथ्वी को सूर्य का पूरा चक्कर लगाने में 365 दिन लगते हैं इसी प्रकार हर ग्रह का सूर्य से दूरी के अनुसार भिन्न-भिन्न Time निर्धारित है। Time ही है जो ब्रह्माण्ड में परिवर्तन करता है। एक Time|समय वह है जो प्रकृति के बदलाव को दर्शाता है जिनको मानव शब्दों में ऋतु मौसम जलवायु आदि नामों से जाना जाता है। पृथ्वी पर व्याप्त प्रत्येक पदार्थ, जीव, वनस्पति, जल, मिट्टी, सभी में परिवर्तन होता रहता है लेकिन सभी का एक निश्चित Time होता है। Time न कभी रूका है और न कभी रूकेगा। Time|समय को तीन कालों वर्तमान, भूत, भविष्य में बांटा गया है। प्रत्येक को अपना भूतकाल तो पता होता है पर भविष्य नहीं लेकिन भविष्य और वर्तमान को मानव अपने अनुसार बना सकता है। Time[समय] ही युग परिवर्तन करता है।
मानवTime[समय] को अपने आधीन नहीं कर सकता
मानव Time[समय] को अपने आधीन नहीं कर सकता पर उसका सही प्रयोग जरूर कर सकता है और जो इसका सही प्रयोग करते हैं समय उसके जीवन में उसी प्रकार परिवर्तन करता है जिस प्रकार वह चाहता है। हर कार्य समय के अनुसार ही होता है कुछ कार्यों का निर्धारण मनुष्य [Human] करता है जैसे सुबह [Morning] उठना अपने इष्ट [God] का ध्यान करना भोजन [Food] करना अपने कार्य के लिए बाहर जाना इत्यादि। लेकिन कुछ कार्य जैसे व्यक्ति का जन्म होना उसका सम्पूर्ण जीवन उसकी मृत्यु, जीवन में घटने वाली घटनायें दुःख के पल, सुख के पल आदि का निर्धारण समय अपने अनुसार करता है। पूरे संसार का एक समय वह जब दिन और रात होती है सभी के लिये बराबर होता है और उस संसार में रहने वाले प्रत्येक मनुष्य का अलग-अलग समय होता है। प्रत्येक व्यक्ति का भिन्न-भिन्न Time|समय ही मानव को प्रथक करता है। एक समय वह जब मानव की कोई जाति धर्म नहीं थी और एक समय आज है जो प्रत्येक व्यक्ति जाति धर्म के बंधन में बंधा है। समय ही मनुष्य के जीवन में परिवर्तन करता है। जो आज ग़रीब है कल हो सकता है अमीर हो जाये जो आज बीमार है वो कल दुरूस्त हो जाये जिसको आज कोई नहीं जानता है हो सकता है उसको कल पूरी दुनिया जानने लगे। जो आज बहुत दुःखी है हो सकता है वो कल सबसे सुखी हो। बस अपने अपने समय को इंतजार करना पड़ता है वो भी धैर्य के साथ।
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Time[समय] की पूजा करनी चाहिये [Must Worship Time]
Time[समय] की पूजा करनी चाहिये। परम पिता परमेश्वर के बाद यदि कोई दूसरी शक्ति है तो वह समय। समय की प्रतिबद्धता मानव जीवन में अति महत्वपूर्ण है। जो भी समय का दुरूपयोग करता है वह हमेशा दुःखी ही रहता है। जिसने समय पर हर कार्य करना सीख लिया उसको समय के अनुसार कभी कोई कष्ट नहीं होता है।
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किसी को दिये हुये Time[समय] पर पहुँचना उस समय पर कार्य पूरा करना उस समय पर अपना वादा निभाना आदि जीवन की सबसे बड़ी चुनौतियाँ होती है। जो इन तमाम चुनौतियों को स्वीकार [Accept]करता है और दिये हुये समय पर अपने कार्य [work] पूरे करता है वो चाहे खुद से ही क्यों न हो वही इस संसार [World] में सफल होता है। समय जब किसी के ऊपर हावी होता है तो बड़े से बड़ा व्यक्ति जीवन में ढेर हो जाता है। समय से पहले प्राप्त कुछ चीजें मानव के लिये हानिकारक और कुछ लाभदायक भी होती हैं। समय पर प्राप्त हर चीज मानव के लिये हितकर होती है इसलिये व्यक्ति को धैर्य रखकर उसका इंतजार करना चाहिये।Time[समय] निकल जाने के बाद हर चीज व्यक्ति के लिये व्यर्थ है। इन्सान समय का कुछ नहीं बिगाड़ता बल्कि यदि वह समय का सही प्रयोग नहीं करता तो समय इन्सान को बिगाड़ देता है। अपने साथ-साथ दूसरों को भी अपने अमूल्य समय का हिस्सा बनाना हितकर होता है। सभी आज के Time[समय] में व्यस्त हैं इसलिए यदि कोई आपको Time[समय] नहीं दे पा रहा तो उसकी क़दर करनी चाहिये ना कि उसकी अवहेलना करनी चाहिये।
दुनिया में कितने परिवर्तन हुए है वो भी कितने समय में जिसका साक्षी समय है न कि की इंसान इसलिए जो समय आज आपके पास है उस समय में अच्छे कार्य करें ताकि समय हमारे द्वार किए गए कार्यों को हमारी मृत्यु के बाद भी आने वाले समय में समाज में ज़िंदा रख सके। समय के अनुसार हर कार्य सफलता का प्रतीक अपने बुरे समय को काटना चाहिए और अच्छे समय का इंतजार करना चाहिए।जीवन है। समय समय को किसी भी उद्देश्य से प्रयोग किया जा सकता है सही दिशा का निर्धारण आवश्यक है वर्ना प्रयोग किया गया समय व्यर्थ ही जाएगा।
दुनिया में कितने परिवर्तन हुए है वो भी कितने समय में जिसका साक्षी समय है न कि की इंसान इसलिए जो समय आज आपके पास है उस समय में अच्छे कार्य करें ताकि समय हमारे द्वार किए गए कार्यों को हमारी मृत्यु के बाद भी आने वाले समय में समाज में ज़िंदा रख सके। समय के अनुसार हर कार्य सफलता का प्रतीक अपने बुरे समय को काटना चाहिए और अच्छे समय का इंतजार करना चाहिए।जीवन है। समय समय को किसी भी उद्देश्य से प्रयोग किया जा सकता है सही दिशा का निर्धारण आवश्यक है वर्ना प्रयोग किया गया समय व्यर्थ ही जाएगा।
Time[समय] की गति बहुत तीव्र है
Time[समय]की गति बहुत Fast है या Slow है ये जीव के आकर तथा सोंच पर निर्भर करता है। जैसे एक चींटी के लिए वो समय बहुत मंद होगा जो इंसान के लिए तीव्र है।
समय का जो अनुसरण करते हैं लोग उनका सम्मान[Respect] करतें हैं और उनके समय की हैमियत[Value] भी समझते हैं। इसके विपरीत जो समय की गति से हमेशा धीमी गति से चलतें हैं उनका जीवन[Life] बड़ा ही कष्टमय व्यतीत होता है। Time[समय का उपयोग किसी न किसी रूप में करना चाहिये इसके लिये अपने जीवन में अपने आपको समय रहते आने वाले समय के लिये तैयार [Ready]कर लेना चहिये। ताकि आने वाला समय किसी भी हालत में व्यर्थ [Waist]न जाये।
प्रकृति में पंक्षी भी बारिस के आने से पहले अपने भोजन का प्रबन्ध और जाड़ा आने से पहले अपने रहने का प्रबन्ध[management] कर लेते हैं क्योंकि उन्हे प्रकृति[Nature] से Time[समय] का अंदाजा हो जाता है जिसका सही प्रयोग कर हमेशा निश्चिन्त हो जाते हैं।
’’दुःख में सुमिरन सब करें, सुख में करें न कोई। जो सुख में सुमिरन करे तो दुःख काँ को होइ ''
बुरे समय में इन्सान को सब कुछ दिखाई देता है भगवान तक भी और अच्छे समय में आँखों पर परदा पड़ जाता है वह अपने आप में लीन हो जाता है यहाँ तक भगवान को भूल जाता है ।
इसलिए समय चाहे जैसा हो व्यक्ति को एक समान रहना चाहिए जिससे जीवन भर सौहार्द बना रहे । बुरे समय को किसी प्रकार काट लेना चाहिए और अच्छे समय आने के लिए उसकी प्रतीक्षा करना चाहिए ।अपने ख़राब समय में अपने दोस्तों को रिलेटिव को परखना चाहिए और अपने अच्छे समय में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों की मदद करनी चाहिए।
समय चाहे ख़राब हो लेकिन किसी से नाता नहीं टूटना चाहिए क्योंकि कोई व्यक्ति न जाने कब कहां काम आ सकता है यह किसी को पता नहीं होता है।
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