Skip to main content

Funny Hindi Short Story of a boy in hindi | एक देहाती लड़का खईंच

एक देहाती लड़का (खईंच) शहर में मोहल्ले की गलियों में अपने मन में बड़बड़ाता हुआ चला आ रहा है और आसपास के मकानों को गौर से निहार रहा है जैसे पहचान कर रहा हो। सिर पर एक कद्दू और एक हाथ में झोला जिसमे कुछ सामान साथ में है जो अपने घर से लाया था।

Funny Hindi Short Story of a boy in hindi | एक देहाती लड़का खईंच
Funny Hindi Short Story of a boy in hindi | एक देहाती लड़का खईंच 

(लड़का चलते हुए अपने आप से बातें कर रहा है )

यार हिंया तौ याकय जइसन घर बना हैं कइसे पहचानी पता तो याहै बतावा गवा रहाय " लाल घर करिया गेट 
उकरे समने नीम का बेरवा " अब तव राहुलव बड़ा होई गवा होई 

इधर-उधर देखते हुए जा रहा है तभी एक तरफ से उसे लाल नहीं पर उस से मिलता जुलता घर जिसके सामने नीम का पेड़ लगा हुआ था दिख जाता है पास जाकर गौर से देखता है

खाईंच - लागत तव याहय है और कौनो तो है नाय

(मेन गेट की तरफ बढ़ कर रुक जाता है।)

खाईंच - अरे यू तव शहर आए हम भूलेंन गें रहन हियन तो घंटी बजावैक परत है । 

अपने शरीर का बोझ हल्का करते हुए लड़का बड़े प्यार से घंटी बजाता है (टिंग टोंग) कोई नहीं निकला फिर से बजाता है कुछ देर बाद एक लड़का बाहर निकल कर आता है प्रश्न भाव में पूछता है हाथों के इशारे से, क्योंकि वह गूंगा होता है। 

खाईंच - अरे राहुल 

(राहुल सिर हिलाता है)

खाईंच - अरे हम खईंच पहचाना भाई (और गले लग जाता है )

सामान की गठरी उठाता तथा राहुल से झोला उठाने को कहता है और चला जाता है घर के अंदर। दोनों बैठक कमरे में आते हैं और आते ही दोनों बैठ जाते हैं 

खईंच- अरे राहुल भैया मऊसिया कहाँ है घर में कोई दिखात नाहीं 
राहुल समझ नहीं पाता की ये किसके बारे में बात कर रहा है। 

खईंच एक टिफिन निकालता है
खईंच- या दयाखाव तुम्हरे खातिर अम्मा हलवा भीज्वाइन हैं लेव खाओ खाओ( देते हुए) 

राहुल हलवा ऐसे छिनता है जैसे पहले कभी खाया न हो और तेज़ी से खाने लगता है।

खईंच- शहर में आएक तुम तव भूलेन गेव हमका गांव तव कबहू कदार आय जावा करव। मुजई तुमका बहुतै याद करत हय वहाव सार आवत रहा है हमरे साथ बकिल हम कह दिया अगली बार चलेव अबकी बार हमका जाय देव 

राहुल हलवा खाते खाते खाते बनावटी हंसी के साथ मुस्कुराता है

खईंच- वइसन घर तो बड़ा सुंदर लागत है और तुमका पता है गांव मा बिजलीआय गई है हूवाओं अब बल्ब जलत हैं , बड़ा नीक लागत है। 

राहुल का हलवा खत्म हो गया था वह झोले की तरफ ललचाई नज़रों से देखता है 

खईंच- खत्म हो गवा कौनो बात नहीं 

झोले में से फिर एक डिब्बा निकलता है 

खईंच- अम्मा के हाथ कय लड्डू लेव खाओ, तुमरेन खातिर लाइन रहन ।

राहुल लड्डू खाने लगता है 

खईंच- लल्लन केयर तो शादी हो गई तबहू बच्चापना जात नय मजेक बात सुनव याक दिन सरऊ पतंग लूटे खातिर छपरा पर फांद परे और नीचे चूल्हा जलत रहाय , छपरा रहा पुरान फाट गवा अइसन जरे हैं 

(राहुल खीस कढ़ता है खाते हुए) फिर उई दिन से पतंगबाजी छोड़ दिहीन, तुम कुछ बोलत काहे नाही ( खईंच अपनी बातों के बीच मे पूँछता है) अच्छा अच्छा खाय लेव पहिले फिर बताओ

राहुल खाने में मग्न है खईंच बोर होकर इधर देखता है उसको म्यूजिक सिस्टम दिखाई दे जाता है 

खईंच- अरे यू तव बजा आये बढ़िया वाला चलो सारेक बाजवा जाए 

पास जाकर सिस्टम का बटन दबा देता है गाना बजने लगता है उसको मजा आ जाता है और वह नाचने लगता है राहुल भी उसी में शामिल हो जाता है दोनों इतने मग्न हो जाते हैं कि कमरे का सारा होलिया ही बिगाड़ देते हैं अजीब अजीब दोनों हरकतें करते हैं । 

तभी गेट पर एक लड़की आती है म्यूजिक लाउड होने से वह दौड़ कर जाती है कमरे में , आकर देखती है राहुल और एक अनजान देहाती लड़का बेसुध होकर नाच रहे हैं और कमरे का सामान बिखरा हुआ पड़ा है गुस्से से आग बबूला हो जाती है लड़की चिल्लाती है राहुल के ऊपर और म्यूजिक बंद कर देती है फिर भी वह नाचते रहते हैं पास जाकर राहुल के कान के नीचे रसीद देती है एक थप्पड़ राहुल चौक जाता है और जल्दी जल्दी सामान सही करने लगता है खईंच अचानक रुक जाता है और लड़की की तरफ आश्चर्य से देखने लगता है

लड़की - कौन हो तुम? और घर में कैसे घुस गए।

खईंच- जैसे घुसा जाता है वैसन घुस गएन 

लड़की- अरे कहां से आए हो? क्या नाम है तुम्हारा ? और यह सब क्या है 

खईंच- हमार नाम खईंच है और हम अपने भाई से मिलय आए रहान 

लड़की राहुल की तरफ देखती है 

लड़की - खईंच ये कैसा वाहियात नाम है 

खईंच- (शरमाते हुए ) वो हमरी गर्लफ्रेंड मुझे प्यार से बुलाती है 

लड़की- जानते हो इसे कौन है? ( राहुल ना में सर हिलाता है ) 

लड़की- तो फिर यह सब क्या था (दोनों की तरफ देखते हुए)

खईंच- पहिले तुम बताओ कौन हो? और हमारे भाई के घर में कैसन 

लड़की - मैं कौन हूँ , मेरे ही घर में मुझी से सवाल यह मेरा घर और राहुल इस घर का नौकर है ।

खईंच- (राहुल की तरफ देखते हुए) का तुम हियाँ नौकरी करत हो काहे भाई 

लड़की - हाँ पहले तुम घर से बाहर निकलो। राहुल तो गूंगा है, और साथ में पागल भी 

खईंच-- आई हो दादा आवाज चली गई हमरे भाई की तबहेन हम कही की आखिर यू बोलत काहे नाही 

लड़की - ओह हो यह क्या ड्रामा है कौन भाई कहाँ का गांव ऐसा है तुम निकलो यहाँ से (झल्लाते हुए ) 

खईंच- तव का यू राहुल का घर नाही है का

लड़की - नहीं कितनी बार बताऊं कि राहुल नौकर है इस घर का और तुम किस राहुल की बात करते हो 

खईंच थोड़ा सकपकाते हुए एक कागज देता है 

खईंच- दयाखव याहय तव पता हय ना 
लड़की देखती है उस पन्ने को 
लड़की - अरे यार यह तो उस गली में है तुम गलत पते पर आए हो खईंच- आई हो दादा यू का मामला गड़बड़ाय गवा धोखा होई गवा (अपने सामान की तरफ देखता है टिफिन और डिब्बे की तरफ देखकर अफसोस करता है और समेटने लगता है) 
खईंच-- अरे ई ससुरे को बतावेक तो चाही( राहुल की तरफ देखते हुए) 
लड़की- वह तो पागल है अकल घुटने में है उसकी ।अब जान गए हो ना तो निकलो यहां से
लड़की बाहर तक गेट बंद करने के लिए खईंच को छोड़ने जाती है । पीछे पीछे राहुल भी आकर खड़ा हो जाता है गेट पर खईंच लड़की को इग्नोर करते हुए राहुल की तरफ देखता है 
खईंच- वइसन बड़ा मजा आवा ( राहुल मुस्कुराता है) 
लड़की - निकलो बड़ी तेजी से नहीं तो ...
खईंच- (जाते जाते) वैसे तुम गुस्सा मा बड़ी नीक लगती हव 

(खीस काढ़ते हुए) 

लड़की- झल्लाती है मासूमियत से ....गेट बंद करके चली जाती है।

खईंच-  (कुछ दूर आकर रास्ते मे बड़बड़ाता है अपने आप से) अच्छा झाम मा फंस गएन सार वु पगलवा जाऊं लाएंन रहय वहाव खाय गवा चलव कोई बात नाही कद्दू (देखते हुए) तव बचय हय ।और चला जाता है। 

❖ ❖ ❖ ❖

Comments

Read Also

Hindi Short Poem DEATH | मौत उड़ा ले गई मेरी ज़िन्दगी

मौत  उड़ा ले गई मेरी ज़िन्दगी | Hindi Short Poem | B eautiful poems about death सबकी ढाल और मजबूत सहारा था,  घर में भी सबसे प्यारा था ज़िद थी पाने की सपनो को, उम्मीदें थी मुझसे कई अपनो को  दर्द की अंतिम सीमा पर,  मरते छोड़ चली यूँ ज़िन्दगी  जरूरत मुझसे थी जिनको,  जुदा उनसे कर गई ज़िन्दगी काफ़िला था चारों ओर से घेरे, जा रहे थे साथ कई लोग मेरे भरे थे सबके आँसूवों से चेहरे, सब दिखते जैसे उजालो में अंधेरे जी करता है सबको अभी हँसा दूँ, चादर ओढ़े सफ़ेद अभी हटा दूँ आये जो साथी हमदर्द हमारे  मन करे उठकर सबको गले लगा लूँ मेरा रोना किसको दिखे और  घर मे भी रो रहीं थी कई ज़िन्दगी कल तो बैठे थे साथ में सबके  आज मौत उड़ा ले गई मेरी ज़िन्दगी Read Also- Dream in the eyes |आँखों मे जो सपने हैं ❖ ❖ ❖ ❖

20 Hindi short poetry | Hindi short poem | Hindi Poems | Hindi Kavita

प्रस्तुत है आपके लिए  Short Hindi Poems (  लघु हिंदी कवितायेँ ) जो अलग अलग  विषयों पर बहुत ही संछिप्त रूप में मेरे द्वारा लिखित हैं।  इन कविताओं में जीवन की कुछ अच्छी और सच्ची बातों का समावेश है जो वास्तिवकता को अप्रत्यक्ष रूप से  बयां करने का प्रयास करती  हैं।

Short Hindi Poems | Hindi Poems | Hindi Kavita | Hindi Poetry

प्रस्तुत है आपके लिए Short Hindi Poems (  लघु हिंदी कवितायेँ ) जो अलग अलग  विषयों पर बहुत ही संछिप्त रूप में मेरे द्वारा लिखित हैं।  इन कविताओं में जीवन की कुछ अच्छी और सच्ची बातों का समावेश है जो वास्तिवकता को अप्रत्यक्ष रूप से  बयां करने का प्रयास करती  हैं।

जीवन क्या है ? What is Life in Hindi | Article in Hindi

जीवन क्या है ? What is Life  यह प्रश्न हम सभी का है और इस प्रश्न का सटीक उत्तर शायद किसी के पास हो।  प्रत्येक व्यक्ति के लिए जीवन के अलग अलग माइने हो सकते हैं क्योंकि जीवन को समझने का और उसे परिभाषित करने का कोई आधारिक सिद्धांत नहीं है। इस लेख   जीवन क्या है ?  में हम जीवन को उपमाओं के साथ नहीं देखेंगे बल्कि इस विशाल अनंत शब्द जीवन का बहुत ही संछिप्त विश्लेषण करेंगे इसको  समझने का प्रयास करेंगे।   तो आइये पढ़ते हैं लेख  जीवन क्या है ? What is Life  हिंदी स्टाइलस के साथ।  

Hindi Article- Mathematics| गणित सोंचने का अच्छा साधन

गणित एक ऐसा विषय है जिसको देखकर बच्चे भागते हैं उससे हमेशा पीछा ही छुड़ाया करते हैं परन्तु उन्हें ये नही पता कि जिस विषय को आज वो अनदेखा और बोरिंग विषय मानतें हैं यही विषय अपने आप में एक ऐसा विषय है जो सामाज में हर जगह और हर वक्त प्रयोग में लाया जाता है।जिसके बिना दुनिया में हर बड़े से बड़ा कार्य का होना नामुमकिन है। Read Also- Thinking is a good habit | सोचना एक अच्छी आदत है 

Hindi Article | Human struggle for nature | प्रकृति के प्रति मानवी संघर्ष

Hindi Article-Human struggle for nature | प्रकृति के प्रति मानवी संघर्ष पृथ्वी पर समस्त जीवों मे मानव प्राणी सबसे ज्ञानी और उत्तम प्रकृति [  Nature  ] का है तथा मनुष्य मानव सभ्यता के शुरूआत से ही अपने जीवन जीने से संबंधित साधनो को जुटाने  के लिये संघर्ष करता चला आ रहा है। कहीं न कहीं पिछले कई वर्षों में  वह प्रकृति से अप्रत्यक्ष रूप में सामना करता चला आ रहा है  और उसके साधनो का किस प्रकार प्रयोग किया जाये इसके बारे मे निरन्तर प्रयास जारी रहा है।  Hindi Article  प्रकृति के प्रति मानवी संघर्ष में हम मानव और प्रकर्ति के बीच प्रयत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संबंधों के बारे में विश्लेषण करेंगे।   Read Also- T ime | समय एक अदृश्य शक्ति   Image by Jerzy Górecki from Pixabay Hindi Article  प्रकृति के प्रति मानवी संघर्ष समस्त जीव जन्तु और मानवी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये मात्र प्रकृति ही  है जो इसे पूरा करती आ रही है तथा प्रकृति के विभिन्न तत्वों में भूमि,वायु,जल वनस्पति मुख्य रूप से ऐसे तत्व है जिनके आधार पर ही समस्त जीवों का जीवन निर्भर है। इनमे से दो तत्व वायु और जल जो प्रक

Hindi Short Note -Father | पिता जो हमारे जीवन का आधार है |

पिता ... जो हमारे जीवन का आधार है, जो हमे इस दुनिया को दिखाता है हमारे लिए अपने पूरे जीवन को त्याग देता है, हमारे लिए ही जीता है इसलिए हम जी संभव और अपने मरने के बाद तक भी हमारे लिए सोचता है, हमारे अपने सभी दुखो को खुद ही सह लेता है लेकिन हम पर एक भी आंच नहीं आने देता है

संतुष्ट‍ि क्या है ? What is satisfaction ? | अपने जीवन मे संतुष्टि कैसे मिले

संतुष्टि मन की अति गहराई में व्याप्त अति सूक्ष्म तथा प्रभावशाली अदृश्य शक्ति है जो सभी मनुष्यों में स्वयं के अंतर्मन में निहित होती जिसे भौतिक जगत में खोजते हुए कभी प्राप्त नही किया जा सकता, इसे मात्र अपने अंदर ही खोजने की आवश्यकता है। बिल्कुल उसी तरह जिस तरह एक मृग कस्तूरी की सुगंध को महसूस करते हुए खोजता रहता पर वह उसे नही प्राप्त होती जो उसके अंदर होता है।

Hindi Story | Hindi Play | Hindi Play Scripts | Bhoodhan

Bhoodhan  Hindi Story | Hindi Play | Hindi Play Scripts |   यह  Hindi Story  बहुधन   Hindi Story पर आधारित है बहुधन की मूल कहानी का आधार लेकर वर्तमान  Hindi Play मंच को ध्यान में रखकर नाटकीय रूपांतरण किया गया है जिसके चलते कुछ परिवर्तन किये गए हैं परन्तु यह ध्यान रखा गया है की कहानी का मूल उद्देश्य वही हो। यह Hindi   Story Bhoodhan   Hindi Play Scripts   मातृभारती और प्रतिलिपि पर भी पढ़ सकते हैं।